जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के चक फकीरा में बीएसएफ को एक सुरंग मिली। यह इलाका पड़ोसी देश पाकिस्तान की सीमा से करीब है। अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के नापाक आतंकी मंसूबों का इतिहास काफी पुराना है। अमरनाथ यात्रा 1990 के बाद से लगातार आतंकियों के निशाने पर रही है।
BSF के मुताबिक अमरनाथ यात्रा को बाधित करने के लिए आतंकियों की ये साजिश थी, जिसे विफल कर दिया गया। बीएसएफ का कहना है कि डेढ़ साल में पांचवीं बार सुरंग मिली है। सांबा में जिस tunnel का पता चला है वह पाकिस्तान की ओर से 150 मीटर तक खोदी गई थी। इसके रास्ते आतंकी घुसपैठ की साजिश रची जा रही थी।
Jammu and kashmir tunnel ...... Terrorist tunnel in jammu and kashmir.
संदिग्ध सुरंग के बाद 265 फीट लंबी ऑक्सीजन पाइप मिली
जम्मू संभाग के जिला सांबा के सीमावर्ती क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का तलाशी अभियान जारी है। जांच के दौरान गुरुवार को सुरक्षा बल की टीम को 265 फीट लंबी ऑक्सीजन पाइप मिली है। इससे पहले बुधवार को बीएसएफ को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक संदिग्ध सुरंग मिली थी। इसके बाद से जिले में अलर्ट है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सीमा सुरक्षा बल जम्मू फ्रंटियर के महानिरीक्षक डीके बूरा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरंग मिली है। 22 अप्रैल को जम्मू के निकट मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकियों के इसी सुरंग से दाखिल होने का कोई सुबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी आगामी अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। इस सुरंग का पता लगा कर बहादुर जवानों ने आतंकियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है।
उन्होंने बताया कि इस सुरंग की जांच हो रही है। यह सुरंग हाल में ही बनाई गई है। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार पाकिस्तानी क्षेत्र से शुरु होती है। भारतीय इलाके में चक फकीरा में खुलने वाला इसका मुहाना लगभग दो फीट चौढ़ा है। सुरंग के भीतर कुछ दूरी तक हमारे जवान गए हैं। सुरंग के भीतर से रेत की 21 बोरियां मिली हैं, जिनका इस्तेमाल सुरंग से बाहर निकलने के रास्ते को मजबूती के लिए किया गया था।
बुधवार को सांबा सेक्टर की चक फकीरा बॉर्डर आउट पोस्ट के नजदीक यह सुरंग बीएसएफ के विशेष तलाशी अभियान में मिली। बुधवार शाम को सुरंग मिलते ही छानबीन को तेज कर दिया गई। सूत्रों ने बताया कि भारतीय क्षेत्र में मिला सुरंग का मुहाना अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 150 मीटर अंदर और तारबंदी से 50 मीटर के फासले पर है।